एण्डटीवी के कलाकारों ने साल 2021 का स्वागत करते हुए बताया कि साल 2020 से उन्हें क्या-क्या सीख मिली है
नये साल के जश्न की शुरूआत के साथ, एण्डटीवी के कलाकार ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की राजेश (कामना पाठक), ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के मनमोहन तिवारी (रोहिताश्व गौर), ‘संतोषी माँ सुनाएं व्रत कथाएं‘ की स्वाति (तन्वी डोगरा), ‘गुड़िया हमारी सभी पे भारी‘ की गुड़िया (सारिका बहरोलिया) और ‘येशु‘ के जोसेफ (आर्या धर्मचंद कुमार) बता रहे हैं कि नये साल के लिये उनकी योजनाएं क्या हैं और वे साल 2020 की किन सीखों को साल 2021 में अपनाएंगे। कामना पाठक ने कहा, ‘‘साल 2020 हम सभी के लिये ऐतिहासिक रहा है। गणेश चतुर्थी के दौरान दर्शन के लिये दोस्तों के साथ जाना, नवरात्रि के दौरान पांडाल में सक्रिय घूमना-फिरना और ईद और होली के दौरान मिठाई खाना, जैसे त्यौहारों के मजे से मैं चूक गई और अब मुझे लगभग 10 साल बाद अपने परिवार के साथ फिर से जुड़ने का मौका मिला है। इस साल की महत्वपूर्ण सीख थी अपनी सेहत और तंदुरूस्ती पर ध्यान देना और अपने परिवार तथा दोस्तों की ज्यादा परवाह करना। साल 2020 को विदाई देने और नये साल में प्रवेश करने के लिये मैंने घर पर छोटा-सा जश्न रखा है, जिसमें अच्छा खाना और संगीत होगा।’’ रोहिताश्व गौर ने कहा, ‘‘कलाकार होने के नाते हम दिन में लंबे समय तक काम करते हैं और हमारा अपने फैन्स और फाॅलोअर्स के साथ जुड़े रहना असंभव हो जाता है। हालांकि, तीन महीने के ब्रेक ने मुझे उनके साथ लाइव चैट्स के जरिये बात करने का मौका दिया है। अपने चैरिटी ट्रस्ट के माध्यम से हमने युवा कलाकारों के लिये कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया और वह बहुत अच्छा अनुभव रहा। नये साल में प्रवेश करने के साथ, मैं चाहता हूँ कि सभी सकारात्मक रहें, भीड़ में जाने से बचें और कफ्र्यू के नियमों का पालन करते हुए नया साल मनाएं।’’ तन्वी डोगरा ने कहा, ‘‘साल 2020 की शुरूआत धमाकेदार हुई थी, क्योंकि हमने जनवरी में अपना शो संतोषी माँ सुनाएं व्रत कथाएं लाॅन्च किया था और मुझे खुशी है कि मैंने बहुत टैलेंटेड ग्रेसी मैडम के साथ काम करने का मौका पाया। महामारी ने हम सभी को सिखाया है कि हम दूसरों के लिये ज्यादा संवेदनशील और फिक्रमंद बनें और मेरा मानना है कि बुरा समय ज्यादा देर तक नहीं रहता है। मुझे साल 2021 बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि मुझे उम्मीद है कि इस साल चीजें सामान्य हो जाएंगी। सभी को नये साल की शुभकामनाएं!’’ सारिका बहरोलिया ने कहा, ‘‘साल 2020 से मैंने धैर्यवान बनना सीखा और जीवन के प्रति मेरा दृष्टिकोण ज्यादा सकारात्मक हुआ है। सैनिटाइजर और मास्क हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन चुके हैं और हम उच्चतम स्तर की स्वच्छता बनाये रखना चाहते हैं और वास्तव में यह अच्छी आदत है, जिसे मैं जिन्दगी भर फाॅलो करना चाहूंगी। मुझे बड़ी पार्टियों के बजाए छोटे उत्सव पसंद हैं और सुरक्षा के उपायों का ध्यान रखते हुए, मैं घर पर छोटा-सा जश्न रखूंगी, जिसमें मेरा पसंदीदा खाना और संगीत होगा और मैं अपने करीबी लोगों के साथ वर्चुअली जुड़ूंगी।’’ आर्या धर्मचंद कुमार ने कहा, ‘‘मैं नये साल में भी सुरक्षा से जुड़ी उन आदतों को जारी रखूंगा, जो महामारी की शुरूआत के बाद से डली हैं, जैसे बार-बार हाथ धोना, यात्रा के समय मास्क पहनना, सैनिटाइजर की छोटी बाॅटल अपने साथ रखना और मैं अपने परिवार को भी ऐसा करने के लिये प्रोत्साहित करूंगा। मैं और मेरा परिवार, जिसमें मेरी पत्नी और 6 साल का एक बेटा है, हम घर पर ही नये साल का एक छोटा-सा जश्न रखेंगे, जिसकी शुरूआत एक छोटी-सी पूजा से होगी और प्रसाद में हलवा, खीर, जीरा आलू और पूरियाँ होंगी। उस शाम का शेफ मैं ही रहूंगा, जबकि मेन्यू पर अभी चर्चा होनी है और मेरी पत्नी लाइट और दीयों से घर को सजाएगी।’’
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