~ शिशु का विकास और भी बेहतरीन तरीके से होगा: बेबी मसाज डे का संदेश - अपने शिशु को दें कोमलतापूर्वक पोषण ~
राष्ट्रीय, 18 अप्रैल, 2024: शिशु को मसाज करने के कई फायदें होते हैं और इसीलिए भारतीय परंपरा में इसे काफी महत्वपूर्ण माना गया है। मसाज से शरीर में रक्तसंचार में सुधार होने में सहायता मिलती है, अंग अधिक लचीले बनते हैं, शिशु के वज़न में सुधार होता है और उसकी कोमल त्वचा को पोषण मिलता है। मालिश से शिशु को आराम और शांति मिलती है, शारीरिक और मानसिक तनाव से राहत मिलती है और वह बहुत अच्छी नींद ले पाता है। 8 अप्रैल को बेबी मसाज डे मनाया गया, आइए इस मौके पर शिशु को सही तरीके मालिश करने के स्वास्थ्य लाभों और नवजात शिशु के कुल विकास में मालिश की भूमिका को रेखांकित करें।
इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी)1 ने नवजात शिशुओं, उनसे थोड़े बड़े शिशुओं और बच्चों के त्वचा की गुणवत्तापूर्ण देखभाल के लिए मानकीकृत दिशानिर्देश लागू किए हैं। उनके अनुसार, तेल शरीर में गर्मी बनाए रखने और पोषण के स्रोत के रूप में कार्य करता है और शिशुओं का वज़न बढ़ाने में मदद करता है। जिनकी तेल से मालिश की जाती है ऐसे शिशुओं में तनाव कम पाया गया, साथ ही बिना तेल के मालिश किए जाने वाले शिशुओं की तुलना में कोर्टिसोल का स्तर भी उनमें कम था। आईएपी ने यह भी सलाह दी है कि शिशु की मालिश के लिए प्राकृतिक जैतून के तेल (olive oil) और सरसों के तेल (mustard oil) का इस्तेमाल न करें क्योंकि ये त्वचा की संरक्षक लेयर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
नयी माँ बनी महिलाओं के बीच जॉन्सन्स बेबी ने हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण2 में 596 उत्तरदाताओं ने माना कि, हड्डियों के विकास में सुधार, रक्तसंचार, अच्छी नींद और पेट के दर्द को दूर करने में मालिश लाभकारी है। 85% माताएं दिन में कम से कम एक बार अपने शिशु की मालिश करती हैं, उनके लिए मालिश शिशु की त्वचा की रोज़ाना देखभाल का एक अनिवार्य हिस्सा बन गई है। 44% माताएं अपने शिशु की रोज़ाना मालिश के लिए नारियल के तेल जैसे हल्के तेल पसंद करती हैं। लेकिन 30% माताएं अपने बच्चे की मालिश के लिए जैतून (olive oil) और सरसों (mustard oil) के तेल जैसे वनस्पति तेल का उपयोग करती हैं, जो अध्ययन और रिसर्च के अनुसार संभावित रूप से बच्चे की नाजुक त्वचा की संरक्षक लेयर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। 40% माताओं ने कहा कि, मालिश की सही तकनीकों को समझना उनके लिए एक सबसे बड़ी चुनौती है। 73% माताएं मानती हैं कि नवजात शिशुओं की मालिश हल्के हाथों से करनी चाहिए।
जॉन्सन्स बेबी ऑइल शिशु की नाजुक त्वचा को पोषण देने के लिए सर्वोत्तम साथी है। सिर्फ और सिर्फ बेबी सेफ इंग्रीडियंट्स के साथ बनाया गया, जॉन्सन्स बेबी ऑइल शुद्ध विटामिन ई से समृद्ध है और इसीलिए शिशु की नाजुक त्वचा को पोषण देने और उसकी रोज़ाना मालिश के लिए उपयुक्त है। यह तेल लाइट है और इसमें चिपचिपाहट भी न होने की वजह से यह शिशु के त्वचा की संरक्षक लेयर की रक्षा करता है, शिशु के विकास में पहले दिन से ही मदद करता है। इसे बनाने के लिए सिर्फ सौम्य और सुरक्षित सामग्री का ही इस्तेमाल किया गया है, इसमें कोई भी हानिकारक रसायन जैसे कि, पैराबेंस, डाई और फ़ेथलेट्स नहीं हैं।
शिशु की मालिश करने की सही तकनीकों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, जॉन्सन्स बेबी ने शुरू किया है एक इंफ़्ल्युएन्सर कैम्पेन - #firstmassagekitayari जिसमें कई अलग-अलग सोशल मीडिया चैनलों और डिजिटल समुदायों पर नई माताओं के साथ जुड़कर मालिश की तकनीकों के बारे में चर्चा की जाती है। इस कैम्पेन में इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर 1,000 पोस्ट डाली गयी हैं, साथ ही अलग-अलग फेसबुक कम्युनिटीज़ पर 9,000 से ज़्यादा इंटरैक्शन3 और एंगेजमेंट किए गए हैं।
बेबी मसाज डे पर अपने शिशु की त्वचा की रोज़ाना देखभाल और अपने शिशु के साथ प्यार भरे पल बिताने के लिए जॉन्सन्स बेबी ऑइल चुनें।
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