Celebrating International Family Day, various artists on &TV talk about the perks of growing up in large extended families and their strong bond. These include Siddharth Arora (Mahadev, Baal Shiv), Farhana Fatema (Shanti Mishra, Aur Bhi Kya Chal Raha Hai?), Kamna Pathak (Rajesh Singh, Happu Ki Ultan Paltan), and Vidisha Srivastava (Anita Bhabi, Bhabiji Ghar Par Hai). Siddharth Arora - Mahadev in &TV’s Baal Shiv says, “For me, family is synonymous with trust, comfort, love, care, happiness, and belonging. We share a relationship from the moment we are born into this world. I come from Varanasi, and there I stayed in a joint family system. In my family, we have many members, and honestly, it is the best way to live. There are shared chores, but people also love and care for each other. The festivities are grand, bringing everyone closer, making the bond stronger and fonder. I feel blessed and fortunate to have been raised in an atmosphere where relationships are valued, and everyone lives in harmony. My family has always been my source of encouragement and support in my career. We always stand up for each other whenever in need. So, this International Family Day, make memories with your family”. Farhana Fatema - Shanti Mishra in &TV’s Aur Bhai Kya Chal Raha Hai? shares, “For a working woman and mother, the joint family system is the best. Though I am shooting for my show in Lucknow, my 10-year-old daughter is taken care of by my mother, brother, and sister-in-law, making me worry-free. I never have a fear that my daughter is alone or if she’s having food on time or finishing her homework on time because my family takes good care of her. My entire family is very supportive and always stands by me in my low times, which gives me a sense of comfort. So, I wish everyone much love and happiness on this international family day. Hold on to each other because you have your family, even when the world is falling apart”.
Kamna Pathak - Rajesh Singh in &TV’s Happu Ki Ultan Paltan share, “My family has always made me feel valued and boosted my confidence whenever I am on stage, academics, or screen. People nowadays believe in and prefer the nuclear family system. However, I was raised in a joint family and have always learned and believed in sharing and caring. My family has been my pillar of strength. I spent my childhood listening to Grandma’s stories, which had many morals, and I still remember the unity of strength example that she always used to give us that a person cannot break a bunch of sticks. But when he tries to break that bunch of sticks, he can break all the sticks. Likewise, I call my dad an energy capsule who can repatriate my sorrows and soothe my pain and not allow me to sit back in the time of trial. My family is my source for overcoming all my social and individual fears, and I will be forever thankful to them. In addition, they taught me to be patient in dealing with others in a graceful and accepting manner. To all, a very happy international family day”. Vidisha Srivastava - Anita Bhabi in &TV’s Bhabiji Ghar Par Hai share, “Family is God's most precious and finest gift, and we should not take it for granted. I live in Mumbai with my joint family, my parents, Bhaiya, Bhabhi, and my sister, all living in the same house. Therefore, it is a blessing that I am so closely connected to them; while I am shooting, I am constantly looking forward to returning home and spending time with my family. I always use my day off to cook something beautiful and delicious with my mum or sister. We also arrange trips and holidays. While most people believe that friends are an important aspect of one's life, having friends in one's family is something to treasure, I feel. In a blended family, we learn morals and discipline that have helped me grow into one who can adapt to any environment and interact with anyone. When I am at home, I never feel lonely or upset since everyone is there to cheer me up, from my mother to my siblings. A very Happy Family Day to all of you”.
Watch Baal Shiv at 8:00 pm, Aur Bhai Kya Chal Raha Hai? at 9:30 pm, Happu Ki Ultan Paltan at 10:00 pm, and Bhabiji Ghar Par Hai at 10:30 pm, airing every Monday to Friday only on &TV!
इंटरनेशनल फैमिली डे के मौके पर एण्डटीवी के कलाकारों ने संयुक्त परिवार में रहने के फायदे बताये
इंटरनेशनल फैमिली डे का जश्न मनाते हुये एण्डटीवी के कलाकारों ने एक बड़े संयुक्त परिवार में पलने-बढ़ने के फायदों और अपने आपसी मजबूत रिश्तों के बारे में बात की। इन कलाकारों में शामिल हैं- सिद्धार्थ अरोड़ा (‘बाल शिव‘ के महादेव), फरहाना फातेमा (‘और भई क्या चल रहा है?‘ की शांति मिश्रा), कामना पाठक (‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की राजेश सिंह) और विदिशा श्रीवास्तव (‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अनीता भाबी)। सिद्धार्थ अरोड़ा ऊर्फ एण्डटीवी के ‘बाल शिव‘ के महादेव कहते हैं, ‘‘मेरे लिये परिवार का मतलब है भरोसा, सहूलियत, प्यार, परवाह, खुशियां और अपनापन। हम इस दुनिया में जन्म लेने के साथ ही रिश्तों के बंधन में बंध जाते हैं। मैं वाराणसी का रहने वाला हूं और वहां पर मैं एक संयुक्त परिवार में रहता था। मेरे परिवार में कई लोग थे और सच कहूं तो, जिंदगी जीने का यही सबसे अच्छा तरीका है। माना कि संयुक्त परिवार की अपनी उलझनें होती हैं, लेकिन यहां पर लोग एक-दूसरे से प्यार और उनकी परवाह भी करते हैं। संयुक्त परिवार में त्योहारों का उल्लास देखते ही बनता है और यह परिवार के सदस्यों को एक-दूसरे के करीब ले आता है और उनके रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है। मैं खुद को बेहद खुशकिस्मत मानता हूं कि मेरी परवरिश एक ऐसे माहौल में हुई है, जहां पर रिश्तों की कद्र की जाती है और हर कोई मिलजुल कर रहता है। मेरा परिवार हमेशा से ही मेरे लिये प्रोत्साहन का स्रोत रहा है और मेरे कॅरियर में मेरे पूरे परिवार ने मेरा सपोर्ट किया है। हम हमेशा जरूरत के समय एक-दूसरे के लिये खड़े रहते हैं। इसलिये इस इंटरनेशनल फैमिली डे पर अपने परिवार के साथ खूबसूरत यादें संजायें।‘‘ फरहाना फातेमा यानी कि एण्डटीवी के ‘और भई क्या चल रहा है?‘ की शांति मिश्रा ने कहा, ‘‘एक कामकाजी महिला और मां के लिये, ज्वाइंट फैमिली सिस्टम सबसे अच्छा होता है। मैं लखनऊ में अपने शो की शूटिंग कर रही हूं और मेरी 10 साल की बेटी की देखभाल मेरी मां, भाई और भाभी कर रहे हैं, जिससे मैं बेफिक्र होकर अपना काम कर पा रही हूं। मुझे कभी भी इस बात का डर नहीं रहा कि मेरी बेटी अकेली है या क्या उसने समय पर खाना खाया होगा या अपना होमवर्क समय पर पूरा किया होगा, क्योंकि मेरा परिवार उसकी बहुत अच्छे से देखभाल कर रहा है। मेरा पूरा परिवार बहुत सपोर्टिव है और मेरे बुरे दौर में हमेशा मेरा साथ देता है, जिससे मुझे अकेलापन और असहूलियत महसूस नहीं होती। इंटरनेशनल फैमिली डे पर मेरी यही कामना है कि सभी लोगों को प्यार और खुशियां मिलें। एक-दूसरे का हाथ थामकर रखें, क्योंकि पूरी पूरी दुनिया आपसे मुंह मोड़ सकती है, लेकिन आपका परिवार हमेशा आपके साथ होता है।‘‘
एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन’ की राजेश सिंह, यानि कामना पाठक ने कहा, ‘‘मेरे परिवार ने मुझे हमेशा खास होने का एहसास दिया है और मैं जब भी पढ़ाई के दौरान, या स्क्रीन पर मंच पर गई, उन्होंने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया है। आजकल लोग न्यूक्लीयर फैमिली सिस्टम में यकीन रखते हैं और उसे पसंद करते हैं। हालांकि मैं एक संयुक्त परिवार में पली-बढ़ी और मैंने हमेशा चीजों को बांटना और अपनों की परवाह करना सीखा और उस पर यकीन किया। मेरा परिवार मेरी मजबूती का स्तंभ रहा है। मैंने अपना बचपन दादी माँ की कहानियाँ सुनते हुए बिताया है, जिससे मुझे नैतिकता मिली है और मुझे एकता की शक्ति का वह उदाहरण आज भी याद है, जो दादी माँ हमेशा हमें देती थी कि लकड़ियों के गट्ठर को एक व्यक्ति नहीं तोड़ सकता। लेकिन अगर वह लकड़ियों को अलग कर दे, तो उन्हें तोड़ सकता है। इसी तरह मैं अपने पिता को एनर्जी कैप्सूल कहती हूँ, जो कठिन समय में मेरा दुख दूर कर सकते हैं, मुझे दर्द से राहत दे सकते हैं और मुझे हार मानकर बैठने नहीं देंगे। मेरे परिवार ने ही मेरे सारे सामाजिक और निजी डरों को दूर किया है और मैं हमेशा उनकी शुक्रगुजार रहूंगी। इसके अलावा, उन्होंने मुझे दूसरों से व्यवहार करते समय धैर्य रखना और जिंदादिल तथा स्वीकार होने योग्य रहना सिखाया है। मैं सभी को इंटरनेशनल फैमिली डे की ढेर सारी शुभकामनाएं देती हूँ।’’ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं’ की अनीता भाबी, यानि विदिशा श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘परिवार ईश्वर का सबसे बहुमूल्य और अच्छा उपहार है और हमें अपने परिवार को हल्के में नहीं लेना चाहिये। मैं मुंबई में अपने संयुक्त परिवार के साथ रहती हूँ, जिसमें मेरे माता-पिता, भैया, भाभी और मेरी बहन हैं, जो एक ही घर में रहते हैं। इसलिये यह सुखद है कि मैं उन सभी के करीब हूँ; जब मैं शूटिंग कर रही होती हूँ, तब लगातार घर लौटने और अपने परिवार के साथ समय बिताने का इंतजार करती हूँ। छुट्टी के दिन मैं हमेशा अपनी माँ या बहन के साथ कोई न कोई स्वादिष्ट
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