Tuesday 7 November 2023

हिमालय एक्सप्लोरेशन का भविष्य रॉयल एनफील्ड ने EICMA में प्रस्तुत किया - द इलैक्ट्रिक हिमालयन टैस्टबेड


मिलान, 07 नवंबर, 2023: रॉयल एनफील्ड ने अपने 112 साल लंबे सफर में एक और शानदार अध्याय जोड़ते हुए आज इटली के मिलान शहर में चल रहे EICMA मोटर शो 2023 में अपना पहला इलैक्ट्रिक व्हीकल डिजाइन कन्सेप्ट पेश किया है। विशुद्ध मोटरसाइिक्लंग और मूल हिमालयन के डिजाइन से प्रेरित रॉयल एनफील्ड इलैक्ट्रिक हिमालयन टैस्टबेड दरअसल, भविष्य में सस्टेनेबल एक्सप्लोरेशन (पर्यावरण अनुकूल सतत अन्वेषण) को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है और जो यह दिखाता है कि रॉयल एनफील्ड इलैक्ट्रिक एडवेंचर टूरर कैसा दिखायी दे सकता है।

हिमालय दरअसल, रॉयल एनफील्ड का अध्यात्मिक क्षेत्र है और पिछले कितने ही दशकों से इसकी मोटरसाइकिलों की प्रेरणा भी है। 2016 में, इस प्रेरणा की अभिव्यक्ति थी रॉयल एनफील्ड हिमालयन जो साधारण होने के बावजूद बेहद सक्षमत और एक्सेसिबल एडवेंचर टूरर भी साबित हुई। पिछले करीब सात वर्षों में, हिमालयन ने न सिर्फ अपनी अलग कैटेगरी बना ली है बल्कि एडवेंचर टूरिंग के क्षेत्र में एक ग्लोबल मूवमेंट को भी जन्म दिया। इसी से प्रेरित और हिमालय क्षेत्र में भविष्य की पीढ़ियों के लिए एडवेंचर तथा एक्सप्लोरेशन के सफर को प्रोत्साहित करते हुए, रॉयल एनफील्ड ने EICMA मोटर शो 2023 में ऑल-न्यू हिमालयन के साथ ही रॉयल एनफील्ड इलैक्ट्रिक हिमालयन टैस्टबेड को भी पेश किया है।

इस प्रोजेक्ट के उद्देश्य के बारे में, बी गोविंदराजन, सीईओ, रॉयल एनफील्ड ने कहा, “रॉयल एनफील्ड में, हमारी इलैक्ट्रिक मोबिलिटी टीम मुख्य रूप से रॉयल एनफील्ड डीएनए को हर हाल में सुरक्षित रखते हुए इलैक्ट्रिक मोटरसाइकिलों में भी हमारे क्रिएटिव विचारों और डिजाइनों का संगम करा रही है। मिलान मोटर शो में पेश हमारी इलैक्ट्रिक हिमालयन कन्सेप्ट मोटरसाइकिल इसी कोशिश का नतीजा है, दरअसल, रॉयल एनफील्ड के डिजाइन और कैरेक्टर में मकसद और इनोवेशन का गजब का संगम दिखायी देता है। यह मोटरसाइकिल हमारे एक्सपलोरेशन और एडवेंचर के एक विशाल इकोसिस्टम का हिस्सा है और इसी के चलते हम हिमालय में भी कार्यरत हैं। ग्रीन चार्जिंग पिट-स्टॉप्स से लेकर हमारे रिस्पॉन्सिबल ट्रैवल इनीशिएटिव तक, परस्पर सहयोग के लिए सैल्फ-सस्टेनिंग कम्युनिटीज़ से लेकर हिमालय क्षेत्र में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए यूनेस्को के साथ मिलकर काम करने जैसे कई ऐसे प्रयास हैं जो हमें जज़्बे से भरते हैं।” 

हिमालय के दुर्गम क्षेत्रों की यात्राएं हमेशा से ही मोटरसाइकिलों के शौकीनों और एडवेंचर पसंद करने वालों को आकर्षित करती आयी हैं। पिछले कुछ वर्षों इन पहाड़ी इलाकों के टेरेन में काफी बदलाव आए हैं, और इन क्षेत्रों से गुजरने वाली मोटरसाइकिलें ही नहीं बल्कि राइडर्स की प्रेरणाएं भी काफी हद तक बदल गई हैं। एक्सप्लोरेशन का उद्देश्य और परिभाषा काफी हद तक बदली हैं, साथ ही, इन अनुभवों को भविष्य की पीढ़ियों के लिए संभालकर सुरक्षित रखने के इरादे भी मजबूत हुए हैं, इन्हीं इरादों ने रॉयल एनफील्ड में भविष्य के विचारों और इनोवेशंस के नज़रिए से इलैक्ट्रिक हिमालयन मोटरसाइकिल टेस्टबेड को प्रस्तुत किया है। यह मैन, मशीन, टेरेन और कम्युनिटी के बीच कनेक्शन के रूप में एक ‘साइलेंट’ लेकिन ताकतवर मीडियम है।

इस प्रोजेक्ट के डिजाइन और प्रेरणा के बारे में, मारिया अलविसी, चीफ ग्रोथ ऑफिसर – ईवी, रॉयल एनफील्ड ने कहा, “जब हमने इस प्रोजेक्ट को शुरू किया था जो हम कुछ ऐसा पेश करना चाहते थे जो हिमालय क्षेत्र में लंबे समय तक के लिए सस्टेनेबल ट्रैवल का मार्गदर्शी सितारा बन सके। हमने भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए कुछ अनूठा पेश करने के इस अवसर को पहचाना है। हमारी टीमों की क्षमताओं को बढ़ावा देने वाली पहल के तौर पर शुरू किया गया यह एडवेंचर अब इलैक्ट्रिक एडवेंचर मोटरसाइकिल में बदल चुका है और हमें इस पर काफी गर्व है, यह पहाड़ों में एडवेंचर को लेकर हमारे प्यार की नई अभिव्यक्ति है। इलैक्ट्रिक हिमालयन मोटरसाइकिल टेस्टबेड महज़ डिजाइन कन्सेप्ट से कहीं अधिक है। हमारे लिए, यह भविष्य का झरोखा है। रॉयल एनफील्ड में हम कहीं बड़े पैमाने पर इलैक्ट्रिक मोबिलिटी ब्लूप्रिंट को साकार कर रहे हैं और एक वक्त में ‘प्योर मोटरसाइक्लिंग के इलैक्ट्रिफाइंग एक्सप्रेशंस‘ पर एक साथ काम रहे हैं।”

रॉयल एनफील्ड इलैक्ट्रिक हिमालयन टेस्टबेड ऐसा प्रोजेक्ट है जो लगातार बदल रहा है और इसके लिए मौजूदा वक्त की संभावनाओं को ध्यान में रखकर तेजी से प्रोटोटाइपिंग और डिजाइन को तैयार किया जा रहा है। इसे रॉयल एनफील्ड के डिजाइन मूल्यों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है और इसमें हिमालयन क्षेत्र की सादगी तथा मजबूत कैरेक्टर का मेल इलैक्ट्रिक पावरट्रेन से कराया गया है। डिजाइन टीम का फोकस एक ऐसा कन्सेप्ट तैयार करने पर रहा है जो राइडर के साथ-साथ एन्वायरनमेंट पर ज़ोर देता है। इसके चलते टीम को हर टच प्वाइंट के बारे में सोच-विचार करना पड़ा है।

प्रोजेक्ट का लक्ष्य केवल यह देखना नहीं था कि मोटरसाइकिल में कितनी बैटरियों को शामिल किया जा सकता है, बल्कि यह था कि राइडर हिमालय क्षेत्र के साउंडट्रैक (जिसमें गांवों की आवाज़ें, हवाओं की सरसराहट शामिल हैं) को सुनते हुए एक्सप्लोरेशन अनुभव को उन्नत बना सकें। इलैक्ट्रिक हिमालयन टेस्टबेड, और भविष्य में मोटरसाइकिल के बदलावों को ध्यान में रखते हुए, प्राकृतिक हैबिटेट और अध्यात्मिक भूमि यानि हिमालयन में जांचा-परखा गया है। इसके अलावा, टीम ने इसकी एफिशिएंसी और राइड अनुभव को बेहतर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर विंड टनल टेस्टिंग भी की है।

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