एण्डटीवी के ‘गुड़िया हमारी सभी पे भारी’ में पुतली बाई की भूमिका निभा रहीं आभा परमार ने कहा, ‘‘बतौर कलाकार मैं अपने सह-कलाकारों के लिये करवा चैथ स्पेशल सीन्स को पर्दे उतारती रही हूं, लेकिन असली जिंदगी में करवा चैथ का जश्न मनाना एक बिल्कुल ही अलग अहसास है। अपनी शादी के बाद से हर साल करवा चैथ मेरे लिये स्पेशल रहा है। शुरूआत में मेरी सास मेरे लिये ‘सरगी‘ बनाती थीं, लेकिन अब मैं अपनी बहू के लिये सरगी बनाती हूं। मुझे इस त्योहार की हर चीज बहुत अच्छी लगती है। सरगी के लिये तैयार होने से लेकर, अपने परिवार के साथ पूजा करना, व्रत खोलने के लिये चांद का इंतजार करना और फिर अपने पति को चलनी की ओट से देखने के बाद पानी पीकर और मिठाई खाकर रीति-रिवाजों के साथ व्रत पूरा करने तक, सबकुछ मुझे बहुत पसंद है। मेरे दामाद जी घर की सभी महिलाओं के लिये गन्ने का जूस लेकर आते हैं और प्यार से सबको पिलाते भी हैं। मैं मूल रूप से उत्तर भारत की रहने वाली हूं, इसलिये हर साल इस खास दिन पर हम सालों से प्रमुख व्यंजन के रूप में कढ़ी चावल बनाते रहे हैं। करवा चैथ एक शानदार पर्व है, जो परिवार की सभी महिलाओं को दोस्ती एवं एकजुटता का जश्न मनाने के लिये एकसाथ लेकर आता है।“
शुभांगी अत्रे उर्फ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं’ की अंगूरी ने कहा, ‘‘करवा चैथ के लिये मेरे दिल में एक बेहद खास जगह है, क्योंकि इस दिन सालों से मेरा परिवार रिवाजों को निभाता आया है। हर साल मेरे सास-ससुर करवा चैथ के एक दिन पहले ही हमारे पास आ जाते हैं और हम सब साथ में मिलकर इसकी तैयारियां करते हैं। मेरी सासु मां और मैं इस दिन सरगी खाने के लिये सुबह-सुबह ही उठ जाते हैं और मेरे ससुर जी एवं मेरे पति हमें खाना परोसते हैं। मेरे पति और ससुर पूरे दिन मुझे और मेरी सास को दुलारते हैं। इस दिन सजना-संवरना मेरी लिस्ट में सबसे ऊपर होता है। मैं शाम को मैरून रंग का एक खूबसूरत सूट और उसके साथ अपनी शादी के कुछ गहने पहनने के बारे में सोच रही हूं। मेरी शादी को 20 साल हो चुके हैं और आज ही जब मेरे पति इस दिन मेरे लिये तोहफे लेकर आते हैं, तो मेरे पेट में गुड़गुड़ होने लगती है।“
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