बैरीसिटीनिब (बैरीडोज़) लाने के लिए लिली के साथ लाइसेंसिंग समझौता किया
मुंबई, 16 मई 2021:- एमएसएन लैब्स (एमएसएन) ने भारत में कोविड-19 में इलाज में इस्तेमाल के लिए बैरीसिटीनिब के विनिर्माण और मार्केटिंग को शुरू करने के लिए यूएसए की एली लिली एंड कंपनी के साथ रॉयल्टी-फ्री, नॉन-एक्सक्लूसिव, स्वैच्छिक लाइसेंसिंग समझौता करने का ऐलान किया है।
कोविड-19 के संदिग्ध या प्रयोगशाला में जांच से पता लगाए गए, बीमार और अस्पताल में दाखिल किए गए और सप्लीमेंटरी ऑक्सीजन, बाहर से मेकैनिकल वेंटिलेशन या एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (ईसीएमओ) की आवश्यकता वाले मरीज़ों पर इलाज के लिए रेमडेसिविर के साथ बैरीसिटीनिब दवा के प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग को सेन्ट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन द्वारा भारत में मंजूरी दी गई है।
एमएसएन ग्रुप के सीएमडी डॉ एमएसएन रेड्डी ने बताया, "एली लिली एंड कंपनी के साथ यह सहयोग कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है और बैरीसिटीनिब की उपलब्धता बढ़ाने और इसे किफायती बनाने में यह सहयोग मदद करेगा।"
एमएसएन इस उत्पाद को बैरीडोज़ ब्रांड नाम 2 मिलीग्राम और 4 मिलीग्राम में लॉन्च करेगा। एमएसएन ने एक्टिव फार्मास्युटिकल सामग्री और बैरीसिटीनिब के फॉर्म्युलेशन को अपनी आरएंडडी और विनिर्माण इकाइयों में विकसित किया है। कोविड पर इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवाइयों की श्रेणी में एमएसएन ने फेविलो (फेवीपिरवीर) को 200 एमजी, 400 एमजी और 800 एमजी मात्रा में और ओसेलो (ओसेलटॅमिविर) को 75 एमजी की कैप्सूल के रूप में लॉन्च किया है।
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