Thursday, 9 July 2020

NASA assess air quality monitoring across countries" OpenAQ,"


  दुनिया की आधी से अधिक आबादी वायु गुणवत्ता पर किसी  सरकारी डेटा से वंचित  
दुनिया की आधी से अधिक आबादी वायु गुणवत्ता पर किसी आधिकारिक सरकारी डेटा से वंचित है. ये तब है, जब विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़ दुनिया में 10 में से 9 लोग प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं।
न सिर्फ़ पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य की नज़र से भी बेहद ज़रूरी इस जानकारी को जुटाने में विशाल वैश्विक असमानताओं का खुलासा कल सुबह 5:31 बजे IST (00:01 GMT) OpenAQ द्वारा एक रिपोर्ट जारी कर किया जायेगा।
‘Open Air Quality Data: The Global State of Play’ के शीर्षक वाले इस अध्ययन में 212 देशों की जाँच की गई और पाया गया कि 109 (51%) देश ऐसे हैं जहाँ हवा में ज़हर घोलने वाले मुख्य प्रदूषक तत्वों और वायु गुणवत्ता को दर्शाता डेटा नहीं संकलित किया जा रहा। इन 109 देशों में चीनभारतरूसफिलीपींसब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसी प्रमुख शक्तियां भी हैं। OpenAQ ने इन सभी देशों की सूची जारी की है जो कि सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है।
साथ ही, 103 देश ऐसे भी हैं, जहाँ इन बिन्दुओं पर डेटा संकलित किया जा रहा है।
OpenAQ प्रणाली का उपयोग नासा द्वारा किया जाता है और नासा के वैज्ञानिकों द्वारा इस अध्ययन को समर्थन भी मिला है। OpenAQ की प्रणाली के साथ वायु प्रदूषण पर नासा के उपग्रह डेटा को मिलाकर "दुनिया में सभी के लिए वायु गुणवत्ता की जानकारी लाने की क्षमता है।"
विस्तृत जानकारी के लिए आप इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। 
मुख्य बातें
 51% देशजहाँ 1बिलियन लोग रहते हैंवायु गुणवत्ता के डेटा के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं करते और देशवासियों को, WHO के शब्दों में "स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा पर्यावरणीय जोखिम" झेलने पर मजबूर करते हैं।
 बाहरी वायु प्रदूषण की नज़र से ये देश सबसे बुरे माने जाते हैं क्योंकि इस वजह से हर साल यहाँ 4मिलियन लोगों की मृत्यु होती है। इनमें से 90% मौतें कम और मध्यम आय वाले देशों में  होती हैं।
 पाकिस्ताननाइजीरिया और इथियोपिया जैसे कई प्रमुख देशों में वहां की सरकारें किसी भी प्रकार का वायु प्रदूषण से सम्बंधित डेटा संकलित और सार्वजनिक करती ही नहीं हैं।
● कई अन्य प्रमुख वैश्विक शक्तियां, जैसे चीनभारतरूसफिलीपींसब्राजील और दक्षिण अफ्रीका, पूरी तरह से खुले और पारदर्शी तरीके से डेटा साझा नहीं करती हैं।
● हवा की गुणवत्ता पर बेहद कम विदेशी सहायता कार्यक्रम ध्यान देते हैं और दानदाता संस्थाओं द्वारा दिए गए हर 5000 डॉलर में से सिर्फ़ 1 डॉलर हवा की गुणवत्ता के लिए होता है
 नासा के अनुसार "स्वच्छ हवा सुनिश्चित करने की दिशा में ओपन डेटा एक छोटा सा कदम है"
अधिक जानकारी के लिए मुझे सम्पर्क करें
A new report released by OpenAQ tomorrow, July 9 at 5:31 AM IST (00:01 GMT), reveals the huge global inequality in access to information about air quality. 
The study, titled ‘Open Air Quality Data: The Global State of Play’ examined 212 countries and found 109 (51%) governments are not producing air quality data of any major pollutants, while 103 are. Amongst the defaulters are major powers like China, India, Russia, Philippines, Brazil and South Africa. OpenAQ has published a full list of air quality monitoring by Governments, which is publicly available
Over half of the world’s population has no access to official government data on air quality, despite the fact that 9 out of 10 people breathe air containing high levels of pollutants, according to the World Health Organization
The research is being supported by scientists at NASA, who use the OpenAQ system. Combining NASA’s satellite data of air pollution with OpenAQ’s system “has the potential to bring air quality information to everyone in the world.”
The full report is attached for your reference and all materials can be accessed here
Key Highlights:
●     51% of countries, in which 1.4 billion people live, do not produce publicly-available air quality data despite it being called “the greatest environmental risk to health” by the WHO
●     They are also thought to be some of the worst countries for outdoor air pollution, which leads to 4.2 million deaths every year - with 90% of deaths in low- and middle-income countries
●     A number of major national governments such as Pakistan, Nigeria and Ethiopia do not produce any national, public air pollution data at all
●     A number of other major powers such as China, India, Russia, Philippines, Brazil and South Africa do not share the data in a fully open and transparent manner.
●     Few overseas aid programs focus on air quality, and only 0.02% of foundation donations target clean air directly ($1 in every $5,000)
●     Research backed by NASA: “Open data is one small step to cleaner air”

No comments:

Post a Comment